• Hindi Poetry | कविताएँ

    दुआ

    मैं जानता हूँ डर है तुमको
     ये रास्ते हमारे ना हो जायें जुदा
     रूठूँ कभी मैं या तू नाराज़ हो
     यारी ये गहरी रहेगी सदा
     तुझसे नहीं कोई शिकवा मुझे
     ना मेरे से है तुझको गिला
     टकराव होते विचारों के हैं
     कहे तू बुरा या कहूँ मैं भला
     चाहूँगा हर दम ये तेरे लिए
     जीवन में राहें सही तू चुने
     ख़ुश तू रहे हो तू आबाद
     दुआ है मेरी तू बरसों जिए