Saath (साथ)

Chaos of Commitment
Water Colour by Cathy Hegman
जब मंज़िलें धुंदली हों 
और जब रास्ते हो अनजाने 
क्या तुम साथ दोगे 

जब सासें फूलने लगे 
और चलना हो नामुमकिन 
क्या तुम साथ दोगे 

जब हौंसले हो तंग 
और जब हिम्मत न बन्धे 
क्या तुम साथ दोगे 

जब उम्मीदें जॉए बिखर 
और निराशा ही हाथ लगे 
क्या तुम साथ दोगे 

जब जेबें हो खाली 
और तेज़ भूक लगे 
क्या तुम साथ दोगे 

जब चिलचिलाती हो धुप 
और कहीं छाँव न दिखे 
क्या तुम साथ दोगे 

जब सब दामन चुरा लें 
और कोई मान न दे 
क्या तुम साथ दोगे 

जब सात वचन मैं लूँ  ये 
और हाँ कह निभाऊँ उम्र भर उन्हें 
क्या तुम साथ दोगे