एक ऐसा यार

Art: Rachel Coles
न पूछे क्यों
 न सोचे कभी दो बार
 लड़ जाए भिड़ जाए
 सुन के बस एक पुकार
 रब करे सबको मिले
 बस एक ऐसा यार
 खाए जो बड़ी क़समें
 उठाए जो नख़रे हज़ार
 निभाए सारी वो रस्में
 झेलकर भी सितम करे प्यार
 दुआ है संग सदा मिले
 बस एक ऐसा यार
 पूरी करे जो तलब
 कश हो या जाम मिले तैयार
 महूरत मान ले फ़रमाइश को
 न दिन देखे न देखे वार
 जब मिले तेरे सा मिले
 बस एक ऐसा यार